वैसे आम .. मगर दिल से खास
#sws
#sixswordsstories
2. पगडंडियां उम्मीदें जगाती, हौसले हो अगर।
3. पगडंडियां थकती नहीं, उम्मीदें खोने तक।
चलो आज मरते है
एक मौत
झूठ-मूठ की
और देखते है
कितना अलग है
जिन्दगी रोज से
कितने लोग सच में रोते है
और कितने हमदर्द खुश होते है
पता तो चले हम जिन्दगी भर
परेशान रहे जिनके लिए
वो कितना परेशान है हमारे लिए
देखे इस जिन्दगी की
हकीकत क्या है।
रोटी
रोटी सिर्फ रोटी नहीं
तपन सपनो की
मिठास प्यार की
कारीगरी हाथो की
उम्मीद ख्वाबो की
और स्वाद तानो का
सच कितना कुछ है
माँ तुम्हारी इस रोटी में।
नींद
आने से पहले
आज फिर
गुजरी थी
शोर मचाते हुये
तेरी खामोशियाँ
अब किस किस से छिपाऊँ
कि सुबह होने को आयी
नींद का इन्तेजार करते करते।
1.
आज पुरे दिन
मन में रही
एक सुखद सी शान्ती
सुबह सुबह जो
उनकी यादो को
इरेजर से मिटा दिया था
हमेशा के लिए।।