कुछ व्यक्तिगत कारणों और समयाभाव के कारण अभी आर्कुट, फेसबुक और ब्लॉग पर उपलब्ध नहीं रह पाउँगा और वापसी के बारे में अभी कुछ कह नहीं सकता. आप सभी लोंगों का ये प्यार मुझे परेशां बहुत करेगा क्योंकि आप लोंगों ने जो डेढ़ साल की ब्लोग्गिं में इतना अथाह प्यार जो दे दिया वो इतनी आसानी से मुझसे नहीं सम्हल पा रहा. इतने ढेर सारे प्यार के लिए तहे दिल से शुक्रिया.........
कुछ शब्द और .......
फूलों और काँटों का
साथ साथ रहना
कैसा ये अजीब संयोग
बनाया है खुदा तुमने
जिसकी खुशबू हमें लगती है
जितना ज्यादा अच्छी
काँटों को उतना ही
गले लगाना पड़ता है.........