कालेज का नया सत्र शुरू हो गया था. सीनियर छात्रों द्वारा रैगिंग काफी जोर शोर से ली जा रही थी. एक सीनियर बैच ने तीन छात्रों को पकड़ा और उनकी रैगिंग शुरू कर दी. दो छात्र तो उनके कहे अनुसार चालू हो गये, मगर एक छात्र चुपचाप खड़ा था.
तभी एक सीनियर छात्र ने गुर्राते हुए कहा , " क्यों बे तेरा बाप मर गया जो शोक मना रहा, चल शुरू हो जा नहीं तो ..."
" मेरा बाप इस जिले का एस. पी . है ......"
सीनियर लड़कों की भीड़ छटने लगी थी. रैगिंग बंद हो चुकी थी और बाकी के दो जूनियर लड़कों ने भी राहत की साँस ली .
तभी एक सीनियर छात्र ने गुर्राते हुए कहा , " क्यों बे तेरा बाप मर गया जो शोक मना रहा, चल शुरू हो जा नहीं तो ..."
" मेरा बाप इस जिले का एस. पी . है ......"
सीनियर लड़कों की भीड़ छटने लगी थी. रैगिंग बंद हो चुकी थी और बाकी के दो जूनियर लड़कों ने भी राहत की साँस ली .
एस.पी की जगह एम.पी होता तो?
ReplyDeleteहा हा हा ... सन्नाट..
ReplyDeleteजेब्बात!!
ReplyDelete:))))
ReplyDeleteआपको नव संवत्सर 2069 की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDelete----------------------------
कल 23/03/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
वाह बहुत बढिया ..
ReplyDeleteहा-हा-हा
ReplyDeleteभागे सब दुम दबा के।
बहुत खूब लिखा है आपने।
:-)
ReplyDeleteचोर पे मोर...........
बढ़िया!!!!
वाह ||||
ReplyDeleteबहुत खूब :-)
वाह!
ReplyDeleteनहले पे दहला!
नवसम्वतसर-2069 की हार्दिक शुभकामनाएँ!
वाह! बहुत खूब...
ReplyDeleteपदवी का असर ... बढ़िया रहा ...
ReplyDeleteलोहार की एक .....बहुत सुन्दर
ReplyDeleteनहले पर दहला।
ReplyDeleteजोरदार !
इसे कहते है नहले पे दहला ...
ReplyDeleteपावर की हर जगह चलती है ... मजेदार ...
काश कि सबके बाप जिले के एसपी होते....
ReplyDelete:)
ReplyDeleteumda :)
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