अफसोस
सरकार बनने के
चन्द दिनों बाद ही
समर्थन देने वाली पार्टी ने
समर्थन ले लिया वापस
पूरे मंत्रिमण्डल में
रोष था
मंत्री जी को एक भी घोटाला
न कर पाने का
अफसोस था ।।
( प्रकाशित___26 मार्च 1997 पंजाब केशरी में )
wah ji wah kya sachhayee bayaan ki
ReplyDeleteकल 06/01/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
:-)
ReplyDeleteबढ़िया कटाक्ष...
सादर.
वाह वाह क्या बात है |
ReplyDeleteनिशाना सटीक है ...
ReplyDeletesatik aur sacchi baat....
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletesahi baat.........
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